IND vs PAK Final:एशिया कप 2025 के फाइनल मैच में IND vs PAK के बीच जब भारतीय राष्ट्रगान हुवा , तभी एक ऐसी घटना सामने आयी जिसने क्रिकेट जगत और दर्शकों को हैरान कर दिया। पाकिस्तान के माने तेज गेंदबाज हारिस रऊफ और शाहीन शाह आफ़रीदी पर यह आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रगान के समय अनुचित व्यवहार किया है कैमरों में उनको बातचीत करते हुए देखा गया। इस विवाद ने सोशल मीडिया जगत में नया सैलाब ला दिया है।
राष्ट्रगान के दौरान विवादित पल
ND vs PAK Final मैच से पहले दोनों टीमों को स्टेडियम में राष्ट्रीय गान के समय तिरंगे के सामने पंक्तिबद्ध होकर खड़े होना था। लेकिन जब भारत का राष्ट्रगान बजा तब कैमरे उन दोनों को बातचीत करते हुए देखा गया ।
रिपोर्ट्स के अनुसार वे खड़े तो थे, लेकिन उनकी बॉडी लैंग्वेज और बातचीत के रविया दर्शकों ने अपमानजनक लगा ।
यह सीन अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, और भारत की जनता और समर्थक इसे एक देशभक्ति की अनादरता से जोड़ने लगे।
IND vs PAK ,प्रतिक्रियाएँ और विवाद
लोगो की प्रतिक्रियाएँ:
कई भारतीय फैंस ने इस घटना को “अनादर” और “क्रिकेट की मर्यादा के खिलाफ” बता रहे है। सोशल प्लेटफॉर्म्स पर उन्होंने तीखी टिप्पणियाँ कीं और रऊफ-शाहीन की आलोचना भी की जा रही है ।
IND vs PAK मैच ,मीडिया टिप्पणी:
समाचार चैनल और अखबार इस घटना को प्रमुख हेडलाइन बना चुके हैं। कुछ ने तो यह आरोप लगाया गया है कि यह सिर्फ एक दुर्भाग्यपूर्ण कैमरा एंगल हो सकता है, न कि जानबूझकर किया गया अपमान।
PCB,क्रिकेट बोर्ड की चुप्पी:
अब तक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड या संबंधित खिलाड़ी इस मामले पर सार्वजनिक रूप से बयान नहीं दे पाए हैं। उनकी चुप्पी ने इस विवाद को और हवा दी है।
मैच का प्रदर्शन और परिणाम
फाइनल में भारत ने अंतिम ओवर में मज़ेदार तरीके से जीत दर्ज की। उन्होंने 147 रन का लक्ष्य आखिरी गेंदों पर पूरा किया।
पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन वे मध्य और अंतिम ओवरों में लड़खड़ा गए। भारत के गेंदबाजों ने पीछे से अच्छी वापसी की थी ।
जीत के बाद भारत ने ट्रॉफी स्वीकार नहीं की। इंडियन टीम ने ट्रॉफी प्रस्तुति समारोह में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया। यह कदम इस टूर्नामेंट का और बड़ा विवाद बन गया है।
सच है अफवाह — क्या भूमिका निभा सकती है?
कभी-कभी कैमरा एंगल, लेंस और समयिंग से ऐसी छवियाँ आती हैं जो वास्तविक स्थिति को ठीक से नहीं दर्शा पाती। कहा जा रहा है कि रऊफ-शाहीन हो सकता है राष्ट्रगान समाप्त होने से पहले बातचीत कर रहे होंगे ।
यदि वे सचमुच बात कर रहे थे, यह सिर्फ एक गलती हो सकती है या भावनात्मक अपमान का नतीजा।
हालांकि, इस मामले पर किसी खिलाड़ी या बोर्ड की स्पष्टीकरण अभी तक नहीं आई है, जिससे विवाद का अंत नहीं दिखता।
मैच का महत्व और संदेश
खेल में सम्मान की अपेक्षा:
राष्ट्रगान बजते समय खिलाड़ियों से शांति, एकाग्रता और सम्मान की अपेक्षा होती है। ऐसा व्यवहार दर्शकों और प्रतियोगिता की गरिमा दोनों पर प्रश्न खड़ा करता है।
क्रिकेट और राजनीति का संगम:
भारत-पाकिस्तान मैच पहले से ही राजनीतिक और भावनात्मक रूप से संवेदनशील होते हैं। इस तरह की घटनाएँ उन्हें और जटिल बना देती हैं।
निवारक कदम व ज़िम्मेदारी:
क्रिकेट प्रशासन को चाहिए कि खिलाड़ियों को ऐसे अनुकूलन और कार्यक्रमों से पहले ट्रेनिंग दी जाए कि वे पब्लिक इवेंट्स में बेहतर व्यवहार दिखा सकें।
निष्कर्ष
IND vs PAK ,फाइनल मुकाबले में भारत की शानदार जीत भारी पड़ गई है इस विवादित घटना से। हारिस रऊफ और शाहीन पर लगे राष्ट्रगान के समय अनुचित व्यवहार के आरोप ने खेल प्रेमियों के बीच एक नया बहस मुददा लेक खड़ा कर दिया है। यदि वे इस मामले पर सार्वजनिक स्पष्टीकरण नहीं देंगे, तो यह विवाद लंबे समय तक याद रहेगा और आगे मैचों में खिलाड़ियों के व्यवहार पर निगाहें और सख्त हो जाएँगी।