पंचांग के अनुसार कार्तिक अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर दोपहर 3 बजकर 44 मिनट से शुरू होगी जो 21 अक्टूबर शाम 5 बजकर 54 मिनट तक रहेगी।
जोतिषो का कहना है कि इस वर्ष प्रदोष और निशीथ काल दोनों 20 अक्टूबर की रात को अमावस्या के साथ आ रहे हैं,
इसलिए 20 अक्टूबर ,दीपावली का त्यौहार मनाना शुभ होगा।
21 अक्टूबर को अमावस्या तिथि केवल शाम 5:43 बजे तक होगी , लेकिन उस दिन प्रदोष या निशीथ काल का योग नहीं बन रहा है, इसलिए उस रात दीपावली का त्यौहार नहीं मनाया जाएगा
जो लोग अपने कार्यस्थलों या दफ्तरों में दिन के समय पूजन करना चाहते हैं
वे 21 अक्टूबर की सुबह अमावस्या काल में यह पूजन कर सकते हैं।