वृंदावन के फेमस संत Premanand Maharaj की इन दिनों सोशल मीडिया पर फैली हुई झूठी खबर काफी सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक प्रवचन के दौरान, जब एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि उनके बारे में वायरल हो रही एक रील में दावा किया जा रहा है कि उनके साथ कुछ अनहोनी हो गई है, तो पहले तो महाराज मुस्कुराए, लेकिन फिर उन्होंने बहुत गंभीरता से इस विषय पर बात की।
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर *यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम* पर Premanand Maharaj को लेकर कई फेक रीलें और पोस्ट वायरल हो रही हैं। इन वीडियो में यह दावा किया गया कि महाराज अस्वस्थ हैं या फिर वह इस दुनिया से “पधार” गए है। इन अफवाहों के कारण उनके लाखों भक्तों में भ्रम और दुख की खबर फैल गई।
महाराज बोले – “व्यूज़ के लिए झूठ फैलाना भागवतिक अपराध है”
Premanand Maharaj के प्रवचन के दौरान एक शख्स ने कहा, “महाराज जी, आपके बारे में एक रील वायरल हो रही थी, जिसमें कहा गया कि आपके साथ कुछ अनहोनी हो गई है।” इतना सुनकर महाराज पहले हल्के से मुस्कुराए और बोले, “कुछ ज्यादा ही वायरल कर दिया।” इसके बाद उन्होंने गम्भीर स्वर में कहा कि इस तरह की झूठी खबरें फैलाना न केवल गलत है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक अपराध है।
उन्होंने कहा कि जो लोग news और पैसों के लालच में ऐसी झूठी रीलें बनाते हैं, वे यह समझ लें कि वे दूसरों के दुखो का कारण बन रहे हैं।महाराज ने कहा “उनके बनाए एक झूठे वीडियो से हजारों लोगों के मन में पीड़ा और भ्रम पैदा हुआ। वह दुख जब इकट्ठा होता है, तो उसका फल आपको अवश्य मिलेगा,”।
Premanand Maharaj ने कहा कि सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि के खबरें फैलाना सिर्फ अनैतिक ही नहीं, बल्कि आत्मिक नजरिये से भी एक गंभीर गलती है। उन्होंने कहा “व्यूज़ और रुपये पाना कोई उपलब्धि नहीं है। यह भाव का खेल है, इसे गेम की तरह नहीं खेलना चाहिए,”।
उन्होंने आगे समझाया कि जब कोई व्यक्ति श्रद्धा और भक्ति के भाव से जुड़ी बातों में झूठ मिलाता है, तो वह भगवान की मर्यादा का उल्लंघन करता है। “जो लोग भक्तों की भावनाओं से खेलते हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि यह सिर्फ इंटरनेट पर कंटेंट नहीं है, यह लोगों की आस्था से जुड़ा विषय है,” महाराज ने जोड़ा।
Premanand Maharaj ने यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स को सीधी सलाह दी “बिना पूरी जानकारी के किसी के फेक वीडियो या रील न बनाएं। सोशल मीडिया बहुत शक्तिशाली माध्यम है, लेकिन इसका उपयोग सकारात्मकता फैलाने के लिए करें, न कि भ्रम और दुख के लिए।”
सोशल मीडिया यूज़र्स से सही जानकारी साझा करने की अपील
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग केवल पॉपुलैरिटी या व्यूज़ के लिए ऐसे काम करते हैं, वे यह भूल जाते हैं कि भगवान सब देख रहे हैं। “जब वह दुख, जो आपने दूसरों को दिया है, लौटकर आपके पास आएगा, तो आप उसे संभाल नहीं पाएंगे। भगवान का दंड विधान बहुत सूक्ष्म है, लेकिन निश्चित है,” Premanand Maharaj ने कहा।
अंत में, उन्होंने अपने भक्तों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से अपील की कि वे किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले उसकी पुष्टि अवश्य करें। “अगर कोई खबर सुनें, तो पहले सत्य जानें। झूठी बात फैलाकर आप भी उस अपराध का हिस्सा बन जाते हैं,” उन्होंने कहा।
Premanand Maharaj ने यह भी कहा कि भक्तों को ऐसी अफवाहों से घबराने की जरूरत नहीं है। “मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं, और भगवान की कृपा से जो भी सेवा मुझे मिली है, वह जारी रहेगी,” उन्होंने मुस्कराते हुए कहा।
यह वक्तव्य उनका सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, लेकिन इस बार सही कारण से सच्चाई और संयम के संदेश के लिए। उन्होंने एक बार फिर सभी को याद दिलाया कि “भक्ति का मार्ग भाव का है, और इसमें झूठ या दिखावा के लिए कोई जगह नहीं।”
Premanand Maharaj ने अपने निधन की झूठी खबर पर नाराजगी जताई और कहा कि जो लोग व्यूज़ और पैसों के लिए ऐसी झूठी बातें फैलाते हैं, वे भगवान के दंड से नहीं बच सकते। उन्होंने सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी से व्यवहार करने और केवल सत्य जानकारी साझा करने की अपील की।