न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज़ टॉम ब्रूस (Tom Bruce) अब स्कॉटलैंड क्रिकेट टीम का हिस्सा बनेंगे। वह 27 अगस्त से शुरू होने वाले कनाडा चरण में क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग-2 के मैचों में स्कॉटलैंड की ओर से खेलते हुए दिखाई देंगे।
न्यूज़ीलैंड के पूर्व बल्लेबाज़ टॉम ब्रूस (Tom Bruce) अब स्कॉटलैंड की राष्ट्रीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेंगे। वह 27 अगस्त से शुरू हो रहे कनाडा चरण के क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग-2 मुकाबलों में स्कॉटलैंड का प्रतिनिधित्व करते दिखाई देंगे।
ब्रूस अपने एडिनबर्ग में जन्मे पिता के कारण स्कॉटलैंड की ओर से खेलने के लिए पात्र थे। 2016 में उन्होंने स्कॉटलैंड डेवलपमेंट टीम का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन इसके बाद वे न्यूज़ीलैंड चले गए। टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ ब्रूस 2014 से न्यूज़ीलैंड की घरेलू क्रिकेट टीम सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स के सदस्य रहे। उन्होंने 2017 से 2020 के बीच न्यूज़ीलैंड के लिए 17 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले।
वह हाल ही में गुयाना के प्रोविडेंस में हुए ग्लोबल सुपर लीग मुकाबले में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
क्रिकेट स्कॉटलैंड के बयान में ब्रूस ने कहा, “मेरे परिवार का स्कॉटिश टीम से गहरा जुड़ाव रहा है और मुझे विश्वास है कि वे गर्व महसूस करेंगे कि मैं स्कॉटलैंड का प्रतिनिधित्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर रहा हूँ। पाँच साल पहले मुझे न्यूज़ीलैंड की ओर से खेलने का अवसर मिला था। अब मैं चाहता हूँ कि अपने अनुभव और कौशल से स्कॉटलैंड को आगे बढ़ने और सफलता हासिल करने में सहयोग दूँ, क्योंकि यह टीम महान उपलब्धियों के लिए पूरी तरह सक्षम है।”
ब्रूस ने 2015-16 के सुपर स्मैश टूर्नामेंट में 140.25 की स्ट्राइक रेट से 223 रन बनाकर सुर्खियाँ बटोरी थीं। इस शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज़ में न्यूजीलैंड टीम में शामिल किया गया। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वे अपनी पहचान मजबूत नहीं बना पाए। 17 टी-20 पारियों में उन्होंने 122.36 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 279 रन बनाए, जिनमें दो अर्धशतक शामिल रहे।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)
इस खिलाड़ी ने न्यूजीलैंड छोड़कर नए देश का चयन किया है ताकि उसे इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा मौके मिल सकें।
इंटरनेशनल स्तर पर लगातार जगह न बना पाने और सीमित अवसर मिलने के कारण खिलाड़ी ने नया देश चुनने का निर्णय लिया।
खिलाड़ी ने आधिकारिक तौर पर नए देश का चयन किया है, जहाँ उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिलेगा।
नहीं, आईसीसी के नियमों के मुताबिक, किसी भी खिलाड़ी को एक निश्चित कूलिंग-ऑफ पीरियड (waiting period) पूरा करना होता है, उसके बाद ही वह दूसरे देश के लिए खेलने का पात्र होता है।
हाँ, न्यूजीलैंड के कई खिलाड़ियों ने पहले भी अन्य देशों का रुख किया है और नए बोर्ड के तहत इंटरनेशनल क्रिकेट खेला है।