श्री कांत बोला ने कैसे बदल दी दुनिया की सोच , दृढ़ शक्ति ,साहस और संकल्प के प्रतीक श्री कांत बोला भारत के आंध्र प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में जन्मे नेत्रहीन व्यक्ति रहे | वह मानवीय भावना शक्ति के स्मारक है ,कई भाधाओ और संघर्षो को पार करते हुए उन्होंने अध्ययन और तार्किक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया | आज वह करोड़ों डॉलर के साम्राज्य के निर्माता कहलाए जाते है जिन्होंने आवश्यक सेवाओं के साथ जोरतमन्द लोगो के लिए रोगजार दिया है
दृष्टिकोण बदलने वाले दूरदर्शी उद्यमी” -श्री कांत बोला
श्री कांत बोला आज अनेक छात्रों और वयस्कों के लिए प्ररेणास्त्रोत बने हुए है जिन्होंने बोलैंट इंडस्ट्रीज को वैश्विक स्तर पर स्थापित करते हुए स्वयं को एक युवा और समृद्ध उद्यमी के रूप में उत्तम साबित किया | श्री कांत बोला का मुख्य जीवन उद्देश्य मुख्यतः दिव्यांग व्यक्तियों के लिए समावेशिता और समानता पर आधारित समाज की स्थापना पर है।
Srikanth Bolla Net Worth 2025 : आर्थिक उपलब्धियाँ और संपत्ति का आकलन
श्री कांत बोला वर्तमान में लगभग 50 करोड़ के मालिक है उनकी आय के मुख्य जरिया बोलैंट इंडस्ट्रीज है | जिसकी स्थापना उन्होंने 2012 में रवि मंथा के साथ मिलकर की थी उनका व्यवसाय पर्यवरण के सहायक या लाभदायक उत्पादक जैसे नगरपालिक के कूड़े कचरे से बने पुनर्चक्रित क्राफ्ट पेपर ,रिसाइक्लिंग प्रक्रिया के द्वारा पैकेजिंग उत्पाद ,इको-फ्रेंडली डिस्पोजेबल आइटम्स प्राकृतिक पत्तों से बने उत्पाद और पल्स्टिक वाले कूड़े कचरे को उपयोगी वस्तुओं में परिवर्तित कर पर्यावरण की स्थरता को ध्यान में रखते हुए दिव्यांग व्यक्तियों के लिए रोजगार लाने की प्रक्रिया का सर्जन किया है
अवार्ड्स और पहचान:Srikanth Bolla को दुनिया भर में मिली सराहना
श्री कांत बोला ने 10 पास कर साइंस स्ट्रीम लेन कड़ी मेहनत की उनके संघर्षो के बावजूद उन्होंने MIT से डिग्री हासिल की , यही नहीं उन्हें उद्यमिता व सामाजिक कल्याण के लिए कई पुरस्कारो से सम्मानित किया गया है
1 फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया (2017)
2 विश्व आर्थिक मंच – यंग ग्लोबल लीडर (2021)
3 राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कार (2019)
4 यंग चेंजमेकर अवार्ड (2018)
5 एसजेआईएम एमिनेंट सोशल एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर (2024)
6 JCI USA – दस सबसे उत्कृष्ट युवा माने गए है
“सफलता की राह दिखाने वाले विचार” – Srikanth Bolla
श्री कांत बोला स्वयं में एक प्रेणा दायक व्यक्ति है ,उन्हें प्राप्त हुई उपलब्धिया यह सन्देश देती है की सपनो को हासिल करने में दिव्यांगता कभी भी रूकावट नहीं बन सकती है उन्होंने यह अबित कर दिया है की अगर इंसान एक दृढ़ निर्णय ठान ले और कड़ी मेहनत की शक्ति से हर चुनौतियों का सामना कर अपना लक्ष्य हासिल कर सकता है
निष्कर्ष
श्री कांत की संघर्ष भरी कहानी प्र्तेक व्यक्ति के लिए प्रेणा स्त्रोत है , कठनाईयो से भरा उनका जीवन और बदलती परस्थिति को कैसे उन्होंने पार पाकर अपने सपनो को ऊचाइयो तक पोचाया यह खुद में एक मिशाल है
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ’s)
7 जुलाई 1991 ,2025 में उनकी उम्र 33 – 34 वर्ष हो जएगी
Bollant Industries की स्थापना उन्होंने 2012 में रवि मंथा के साथ मिलकर की थी
पर्यावरण-अनुकूल पैकेजिंग , डिस्पोजेबल उत्पाद प्लास्टिक कचरे का पुनर्चक्रण
विद्यालयों/Board का निर्णय , IIT प्रवेश में बाधा , विदेश में अवसर
विवाह→ वर्ष 2022 में वीरा स्वाथी (Veera Swathi) से शादी। संतान → वर्ष 2024 में एक बेटी हुई। बेटी का नाम → नयना (Nayana) / नैना (Naina)।